मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जापान के चार दिवसीय दौरे पर जा रहे हैं। इस दौरे पर वे जापानी उद्योगपतियों को मध्य प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित करेंगे। उनका मुख्य उद्देश्य जापानी उद्योगपतियों को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भाग लेने के लिए आमंत्रित करना है।
By Prashant Pandey
Publish Date: Mon, 27 Jan 2025 10:08:24 AM (IST)
Updated Date: Mon, 27 Jan 2025 10:17:37 AM (IST)
HighLights
- जापानी उद्योगपतियों को मध्य प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित करेंगे सीएम।
- ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में जापानी उद्योगपतियों की भागीदारी पर फोकस।
- मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों पर जापानी उद्योगपतियों के साथ चर्चा करेंगे।
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। मध्य प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव देश-विदेश के उद्योगपतियों को निवेश के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। जर्मनी और इंग्लैंड के बाद अब वह जापान का दौरा करेंगे।
यह 27 जनवरी से चार दिवसीय होगा। इसमें वे जापान के उद्योगपतियों को भोपाल में 24 और 25 फरवरी को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में भाग लेने के लिए आमंत्रित करेंगे। इस दौरान टोक्यो में भारतीय दूतावास में आयोजित रोड-शो ‘सेलिब्रेटिंग इंडिया-जापान रिलेशनशिप : मध्य प्रदेश’ में भाग लेकर निवेश और साझेदारी की संभावनाओं पर उद्योगपतियों से चर्चा करेंगे।
जीआईएस में जापान कंट्री पार्टनर
उल्लेखनीय है कि जापान जीआईएस में कंट्री पार्टनर के तौर पर भाग लेगा। मुख्यमंत्री अधिकारियों के साथ 27 जनवरी को जापान दौरे पर रवाना होगा। इसमें वह टोक्यो, ओसाका और कोबे जैसे प्रमुख शहरों में स्थानीय उद्योगपतियों से प्रदेश में निवेश को लेकर संवाद करेंगे।
वन-टू-वन चर्चा
28 जनवरी को फ्रेंडस ऑफ एमपी की जापान टीम से मुलाकात करके भारतीय राजदूत सिबी जार्ज से भेंट करेंगे। एडो गावा सिटी स्थित महात्मा गांधी पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद भारतीय दूतावास में आयोजित रोड-शो ‘सेलिब्रेटिंग इंडिया-जापान रिलेशनशिप : मध्य प्रदेश’ में भाग लेकर उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा करेंगे।
29 जनवरी को जापान बिजनेस फेडरेशन सहित अन्य उद्योगपतियों से चर्चा करेंगे। 30 जनवरी को कोबे में सिस्मेक्स कंपनी के अधिकारियों से मिलकर उनकी साइट का भ्रमण करके ओसाका और फिर क्योटो पहुंचेंगे।
यहां जापान की सांस्कृतिक और औद्योगिक प्रगति को जानने के लिए विभिन्न स्थानों का भ्रमण करने के साथ क्योटो से शिंकानसेन बुलेट ट्रेन से फिर टोक्यो पहुंचेंगे। एक फरवरी को वे भारत लौटेंगे।
इन क्षेत्रों पर रहेगा फोकस
कृषि, डेयरी एवं फूड प्रोसेसिंग, फिनटेक, आईटी, रोबोटिक्स, फार्मास्युटिकल्स, मेडिकल डिवाइस, इलेक्ट्रिक वाहन, ऑटोमोबाइल, शहरी एवं औद्योगिक बुनियादी ढांचे, एयरोस्पेस, रक्षा सहित पर्यटन क्षेत्र।