मध्य प्रदेश के गुना जिले के पिपलिया गांव में शनिवार शाम 6.30 बजे एक बच्चा पतंग उड़ाते हुए बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था। एनडीआरएफ की टीम ने रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर रविवार सुबह उसे बाहर निकाल लिया। बच्चे को अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
By Neeraj Pandey
Publish Date: Sat, 28 Dec 2024 07:44:20 PM (IST)
Updated Date: Sun, 29 Dec 2024 01:15:07 PM (IST)
HighLights
- गुना के पिपलिया ग्राम में बच्चा बोरबेल में गिरा।
- जेसीबी, पुलिस, स्वास्थ्य टीम रेस्क्यू में शामिल।
- भोपाल से आई एनडीआरएफ टीम ने निकाला।
नईदुनिया प्रतिनिधि, गुना। मध्य प्रदेश के गुना जिले की राघौगढ़ तहसील के पिपलिया गांव में शनिवार शाम 9 साल का बच्चा सुमित खेत में बने बोरवेल में गिर गया था। भोपाल से पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने रातभर रेस्क्यू अभियान चलाकर रविवार सुबह करीब 10 बजे उसे बाहर निकाला।
बच्चे को गुना जिला अस्पताल के आईसीयू में ले जाया गया है। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद वहां मौजूद सभी लोगों की आंखे नम हो गई। बच्चे के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।
पानी में फूल गए थे हाथ-पैर
डॉक्टरों के मुताबिक पानी में होने की वजह से उसके हाथ और पैर फूले हुए हैं। उसके मुंह में मिट्टी भी मिली है। अस्पताल में लेकर यह जांच की गई कि कहीं हाइपोथर्मिया की वजह से उसके अंगों में शिथिलता तो नहीं हो गई। लेकिन जांच में यह साफ हो गया कि बच्चे की मौत हो गई है।
रातभर 45 फीट खुदाई के बाद एनडीआरएफ की टीम ने 10 फीट टनल बनाने के बाद बच्चे तक पहुंची। बच्चा 39 फीट पर फंसा था और गड्ढे में पानी भी था। विधायक और कलेक्टर सहित कई अधिकारी रातभर मौके पर ही रहे। बच्चे में अभी कोई हलचल नहीं देखी जा रही है।
खेलते समय गिरा बच्चा
शनिवार शाम करीब 6.30 बजे दशरथ मीना का नौ वर्षीय पुत्र सुमित खेलते हुए गांव के फूलसिंह मीना के खेत में पहुंच गया, वहां बोरवेल का गड्ढा खुला हुआ था। बच्चा उस बोरवेल में गिर गया। काफी देर तक बालक नहीं दिखा तो स्वजनों ने तलाशी शुरू की और गड्ढे मे उसके गिरने की जानकारी हुई।
100 फीट गहरा बोरवेल
रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए दो जेसीबी, स्वास्थ्य, पुलिस, एमपीईबी और जनरेटर सहित सभी आवश्यक संसाधन जुटाए गए थे। कलेक्टर डॉक्टर सत्येंद्र सिंह भी मौके पर पहुंच गए थे।
गुना के कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह ने बताया कि रेस्क्यू के माध्यम से सबसे पहले गड्ढे में बच्चे को ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही थी। बोरवेल एक साल पहले ही कराया गया था। यह 100 फीट गहरा बताया गया।
कलेक्टर डॉ. सत्येंद्र सिंह ने बताया कि फूलसिंह के खेत में बने बोरवेल में बच्चा गिरा था। प्रशासन और स्थानीय टीम बच्चा बचाने के लिए सभी उपायों का उपयोग कर रही थी। राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर से घटना की जानकारी भी ली।