मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आगर-मालवा और नीमच जिलों में 880 मेगावाट की सौर परियोजनाओं का लोकार्पण किया। उन्होंने बताया कि 2030 तक मध्यप्रदेश अपनी बिजली का आधा हिस्सा सौर ऊर्जा से प्राप्त करेगा। इस मौके पर 49.81 करोड़ के विकास कार्यों का भी लोकार्पण हुआ।
By Neeraj Pandey
Publish Date: Fri, 20 Dec 2024 09:40:36 PM (IST)
Updated Date: Fri, 20 Dec 2024 09:40:36 PM (IST)
HighLights
- आगर-मालवा और नीमच सौर परियोजनाओं का लोकार्पण
- 2030 तक मध्यप्रदेश आधी बिजली सौर ऊर्जा से बनाएगा
- सौर ऊर्जा से रेलवे और किसानों को मिलेगी स्वावलंबन।
नईदुनिया प्रतिनिधि, आगर-मालवा : गांव पालड़ा में मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने शुक्रवार को 880 मेगावाट की आगर-मालवा और नीमच जिले की सौर परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने आगर-मालवा जिले में 49.81 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन भी किया। बाबा बैजनाथ और मां बगलामुखी से प्रदेश में पहचान रखने वाले आगर-मालवा जिले के साथ नीमच भी सौर ऊर्जा से दमकेंगे।
2030 तक मध्यप्रदेश आधी बिजली सौर उर्जा से बनाएगा
लोकार्पण समारोह में डा. यादव ने कहा कि आगर-मालवा जिले में 550 मेगावाट और नीमच जिले में 330 मेगावाट की सौर परियोजना स्थापित की गई है। सूर्य ऊर्जा का महत्वपूर्ण स्रोत है, सौर ऊर्जा सबसे अच्छी ऊर्जा है। 2030 तक मध्यप्रदेश अपनी आवश्यकता की बिजली का आधा हिस्सा सौर ऊर्जा से प्राप्त करेगा।
सरकार का प्रयास उद्योग, धंधे, कृषि के लिए सस्ती दर पर बिजली उपलब्ध करवाना है। आगर-मालवा मे बनने वाली सौर ऊर्जा से रेल संचालित करने के लिए रेलवे विभाग को दी जाएगी। किसानों को सिंचाई के लिए आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक लाख सोलर पंप देंगे, जिससे किसान आवश्यकता की बिजली स्वयं उत्पादित कर सकेंगे।
मां बगलामुखी धाम को रेल लाइन से जोड़ेंगे
मुख्यमंत्री डा. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा झालावाड़-आगर-उज्जैन रेल लाइन की सौगात दी गई है। मां बगलामुखी धाम को रेल लाइन से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि आगर-मालवा जिले में रेल लाइन की मांग कई वर्षों से की जा रही है। केंद्र सरकार द्वारा इसके लिए सर्वे की मंजूरी देने के साथ बजट भी जारी किया गया है।