कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने पर आपत्ति जताई है, आरोप लगाते हुए कहा कि यह संवैधानिक पद की गरिमा के खिलाफ है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है। चुनाव अधिकारी ने बताया कि इस पर कोई पाबंदी नहीं है, क्योंकि विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका तटस्थ होती है।
By Neeraj Pandey
Publish Date: Fri, 08 Nov 2024 09:59:40 PM (IST)
Updated Date: Fri, 08 Nov 2024 09:59:40 PM (IST)
HighLights
- BJP ने स्टार प्रचारक नहीं बनाया, फिर भी प्रचार कर रहे तोमर
- कांग्रेस ने विस अध्यक्ष तोमर के चुनाव प्रचार पर आपत्ति जताई
- मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी-विस अध्यक्ष के प्रचार पर पाबंदी नहीं
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल : कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने पर आपत्ति उठाई है। पार्टी ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखवीर सिंह से की इसकी शिकायत में कहा कि विधानसभा अध्यक्ष संवैधानिक पद पर हैं और एक पार्टी विशेष के लिए प्रचार करना ठीक नहीं है। भाजपा ने उन्हें स्टार प्रचारक भी नहीं बनाया है।
वहीं, एक अन्य शिकायत निलंबित अधिकारी रामप्रसाद गोरछिया के निर्दलीय चुनाव लड़ने पर रोक लगाने को लेकर की गई है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव प्रचार पर कोई पाबंदी नहीं है और रामप्रसाद गोरछिया की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मंजूर हो चुकी है।
संवैधानिक पद की गरिमा के खिलाफ बताया
कांग्रेस के प्रदेश चुनाव कार्य प्रभारी जेपी धनोपिया ने शिकायत में कहा कि विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा संवैधानिक पद की गरिमा के विरुद्ध चुनाव प्रचार कर आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। विधानसभा अध्यक्ष किसी दल के न होकर तटस्थ भूमिका में रहते हैं।
यही कारण है कि भाजपा ने विजयपुर एवं बुधनी विधानसभा उपचुनाव के लिए 40 स्टार प्रचारकों की सूची में गरिमा के अनुरूप उनका नाम शामिल नहीं किया गया। उन्हें प्रचार करने से प्रतिबंधित किया जाए।
और भी शिकायतें
इसके साथ ही निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रामप्रसाद गोरछिया पर भी रोक लगाई जाए। वह निलंबित शासकीय अधिकारी हैं। एक अन्य शिकायत में विजयपुर विधानसभा क्षेत्र के बीएलओ शिक्षक रामगोपाल रावत को भाजपा प्रत्याशी रामनिवास रावत का रिश्तेदार बताकर हटाने की मांग की गई है। बीएलओ रामगोपाल रावत के मामले में रिपोर्ट मांगी गई है।
विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव प्रचार करने को लेकर लोकसभा चुनाव के समय भी शिकायत हुई थी, जिस पर चुनाव आयोग मार्गदर्शन दे चुका है। उनके प्रचार करने पर कोई पाबंदी नहीं है।
सुखवीर सिंह, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, मप्र